नई टिहरी। देवप्रयाग तहसील में डीएम इवा आशीष श्रीवास्तव की अध्यक्षता में आयोजित तहसील दिवस में 69 शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण किया गया। डीएम ने लंबित शिकायतों से संबधिंत विभागीय अधिकारियों को प्राथमिकता से निस्तारण करने के निर्देश दिये। मंगलवार को चार साल बाद देवप्रयाग तहसील में डीएम की मौजूदगी में तहसील दिवस का संपन्न हुआ। नगर पालिका अध्यक्ष केके कोटियाल ने देवप्रयाग में रसोई गैस एजेन्सी न होने से उपभोक्ताओं को होने वाली दिक्कतों का मामला उठाया। साथ ही गलत तरीके से हो रही डंपिंग से बरसाती पानी बस्ती में आने की शिकायत भी की। बैठक में जर्जर अलकनंदा झूला पुल के मामले में डीएम ने कहा इस बारे में लोनिवि श्रीनगर से बात कर समुचित समाधान निकाला जायेगा। ग्राम प्रधान संगठन अध्यक्ष सोबन सिंह चौहान ने हिंडोलाखाल में केंद्रीय विद्यालय के स्थापना हेतु दो वर्ष पूर्व दी गई निशुल्क भूमि पर कोई कार्रवाई नहीं होने की बात डीएम के सम्मुख रखी। पुंडोरी गांव में 2018 से बिना मीटर बिजली बिल दिये जाने, टोल गांव में तीन साल से करीब सौ परिवारों को बिजली आपूर्ति नहीं किये जाने का मामला प्रधान कृष्ण सिंह ने डीएम के समक्ष रखा।
विनोद चौहान ने ब्लॉक के डुंगी गांव निवासी एक व्यक्ति द्वारा ग्रामीणों की भूमि का मुआवजा हड़पने की डीएम से की। जिस पर डीएम ने एडीएम रामजी शरण शर्मा को इस मामले की जांच के आदेश दिये। राज्य आंदोलनकारी हरे कृष्ण भट्ट द्वारा बस अड्डे स्थित सुलभ शौचालय का सीवरेज शांता नदी में डाले जाने और उसके सीधे गंगा नदी में जाने का मामला उठाया गया। बागी गांव में विधायक निधि से बने बारात घर की जांच की मांग सुरेश मिश्रा ने उठाई। उमरी के ग्रामीणों ने लावारिश पशुओं के कारण तीन सालों से खेती नहीं कर पाने की शिकायत डीएम से की। प्रधान नरेंद्र चौहान ने बछेलीख़ाल गांव के पैदल रास्ते क्षतिग्रस्त होने तथा पशु अस्पताल की दीवार गिरने का मामला उठाया। डीएम ने इस मामले में एक माह के भीतर पैदल रास्तों और दीवार की मरम्मत के आदेश दिये।
बैठक में एसडीएम सोनिया पंत, तहसीलदार मानवेंद्र वत्वाल, कोतवाल देवराज शर्मा, ईओ रघुवीर राय, एई एससी भट्ट, वीरेंद्र सिंह, मनीष तिवारी, उमा बिष्ट, राकेश शर्मा, संजीव कौशिक, रघुवीर राय सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।