नई दिल्ली: डिजिटल भुगतान के ज़माने में UPI ने पैसों का लेन-देन को बेहद आसान बना दिया है। अब पैसे ट्रांसफर करना, बिल भरना या ऑनलाइन शॉपिंग करना सिर्फ कुछ टैप्स की दूरी पर है। लेकिन जितनी आसान ये सेवा है, उतना ही इसे फ्रॉड और धोखाधड़ी का शिकार बनना भी आसान है खासकर जब पूरा परिवार एक ही खाता या ऐप उपयोग करता हो। हालिया रिपोर्ट बताती है कि कई केस में साइबर ठग स्क्रीन-शेयरिंग ऐप्स, नकली रिफंड लिंक, हूबहू दिखने वाले कस्टमर-केयर नंबर और सबसे आम ‘Collect Request’ के बहाने फ्रॉड करते हैं।
इसलिए अब सिर्फ ऐप डाउनलोड करना या पैसे भेजना ही नहीं, बल्कि स्मार्ट और सतर्क तरीके से UPI का उपयोग करना जरूरी हो गया है। अगर आप, आपके माता-पिता, दादा-दादी या बच्चे UPI इस्तेमाल करते हैं, तो कुछ सरल लेकिन असरदार आदतें अपनाकर आपने अपने और अपने परिवार के पैसे को सुरक्षित रख सकते हैं। आइए जानें वो कौन-कौन से उपाय हैं जो हर घर में होने चाहिये।
- इसके साथ ही फेक QR कोड लगाकर जिसे स्कैन करते ही पैसा पास हो जाता है।
- नकली UPI / बैंक ऐप्स या फर्जी वेबसाइट्स जो असली ऐप्स जैसा दिख कर आपके क्रेडेंशियल्स चुराते हैं।
- OTP/UPI PIN शेयर करना कभी बैंक या ऐप असली जानकारी नहीं पूछते, लेकिन फ्रॉड्स ऐसा करके पैसे निकाल लेते हैं।
UPI इस्तेमाल करते समय इन बातों का ध्यान रखें
- परिवार में साफ-साफ नियम बनाएं
घर के सभी सदस्यों (बच्चे, बुज़ुर्ग, कम-तकनीकी लोग) से तय करें कि कभी भी ‘Collect’ रिक्वेस्ट न मंजूर करें। OTP, UPI PIN, बैंक डिटेल्स किसी से साझा न करें भले आदमी ही क्यों न कह रहा हो। बड़े ट्रांजैक्शन के लिए पहले पूछताछ या फोन पर पुष्टि की आदत डालें।
- खाते व ऐप की सुरक्षा बढ़ाएं
UPI-linked खाता हमेशा कम बैलेंस वाला रखें, ताकि गलती से ज्यादा नुकसान न हो। बैंक या ऐप में उपलब्ध ट्रांजैक्शन लिमिट्स सेट करें। अपने फोन को बायोमेट्रिक लॉक दीजिए और UPI ऐप में पिन / फिंगरप्रिंट लॉक चालू रखें।
- ट्रांजैक्शन करते समय सावधानी अपनाएं
भले ही जल्दी हो नाम, UPI ID, QR कोड को ध्यान से चेक करें। स्पेलिंग, लोगो, डिज़ाइन सब मिलकर देख लें। सार्वजनिक Wi-Fi पर पेमेंट न करें। हमेशा सुरक्षित नेटवर्क या मोबाइल डेटा का इस्तेमाल करें। किसी भी ऑफर, कैशबैक या रिफंड लिंक पर क्लिक करते समय सावधान रहें। अगर ऑफर ज़्यादा अच्छा लगे उसे दोबारा सोचें।
- ऐप्स और डिवाइस की सुरक्षा
UPI या बैंक ऐप केवल ऑफिशियल Google Play Store या ऐप स्टोर से डाउनलोड करें। फर्जी लिंक या SMS से बचें। फोन में एंटी-वायरस और सिक्योरिटी अपडेट्स हमेशा रखें। ट्रांजैक्शन अलर्ट, SMS / नोटिफिकेशन ON रखें जिससे लेन-देन पर नजर बनी रहे।
- फ्रॉड हुआ तो तुरंत करें ये काम
अगर आपको लगता है कि आपका खाता या UPI ऐप से फ्रॉड हुआ है: तुरंत बैंक या UPI ऐप कस्टमर-केयर को कॉल करें व अकाउंट ब्लॉक करें। नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल (cybercrime.gov.in) या लोकल पुलिस में शिकायत दर्ज करें। सभी स्क्रीनशॉट, मैसेज, ट्रांजैक्शन ID सुरक्षित रखें ये रिफंड या कानूनी कार्रवाई में मदद करेंगे।






