अपने विज्ञापन को लेकर अक्सर कई ब्रांड विवादों में आते रहे हैं और ताजा मामला मालाबार गोल्ड के विज्ञापन को लेकर है. अक्षय तृतीया को लेकर बनाए गए मालाबार गोल्ड के विज्ञापन को लेकर ट्विटर पर #नोबिंदीनोबिजनेस और #बॉयकॉटमालाबारगोल्ड ट्रेंड होने लगा है. विज्ञापन की वजह से ट्विटर यूजर्स बॉलीवुड एक्ट्रेस करीना कपूर को भी निशाना बना रहे हैं.
निशाने पर क्यों आया मालाबार गोल्ड?
मालाबार गोल्ड ने अक्षय तृतीया को लेकर जूलरी का एक नया विज्ञापन (Akshaya Tritiya Ad) जारी किया है, जिसमें करीना कपूर (Kareena Kapoor) नजर आ रही हैं. हालांकि ट्विटर यूजर्स की शिकायत है कि इस विज्ञापन में करीना कपूर ने बिंदी नहीं लगाया है. ट्रोलर्स का कहना है कि अक्षय तृतीया हिंदुओं का त्योहार है और ऐसे मौकों पर हिंदू औरतें कुमकुम या बिंदी लगाती हैं, लेकिन इस विज्ञापन में करीना ने बिंदी क्यों नहीं लगाया? यह हिंदू धर्म का अपमान है.
मालाबार गोल्ड को बॉयकॉट करने की मांग
वीडियो सामने आने के बाद ट्विटर यूजर्स ने मालाबार गोल्ड को बॉयकॉट करने की मांग करने लगे और #Boycott_MalabarGold व #No_Bindi_No_Business हैशटैग के साथ ट्वीट करना शुरू कर दिया. ट्विटर यूजर्स का कहना है, ‘मालाबार गोल्ड का नया विज्ञापन हिंदुओं के त्योहारों का माखौल उड़ाने का नया उदाहरण है.’
1993 में हुई थी मालाबार गोल्ड की स्थापना
मालाबार गोल्ड एंड डायमंड की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, कंपनी की स्थापना साल 1993 में एमपी अहमद की अगुवाई में उद्यमियों की एक टीम ने की थी. कंपनी का मुख्यालय केरल के कोझिकोड शहर में हैं और देशभर में इसके 250 से ज्यादा शोरूम हैं. कंपनी की वेबसाइट पर दिए गए आंकड़ों के अनुसार, मालाबार गोल्ड के अलग-अलग शोरूम में करीब 13 हजार लोग काम करते हैं.