नई दिल्ली : फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र पेश करके 2 करोड़ रुपये की बीमा राशि का दावा करके भारतीय जीवन बीमा निगम को ठगने की कोशिश करने के आरोप में पुलिस ने यहां तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. मुंबई के शिवाजी पार्क पुलिस थाने के एक अधिकारी ने कहा कि एक महिला ने खुद को गिरफ्तार किए गए लोगों में से एक की मां बताकर अप्रैल 2015 में उसके नाम से पॉलिसी ली थी.
मार्च 2017 में, उसने 2 करोड़ रुपये की बीमा राशि का दावा करते हुए एक आवेदन दायर किया, जिसमें कहा गया कि उसके बेटे की दिसंबर 2016 में पुणे में एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई. पुलिस उपायुक्त (जोन V) मनोज पाटिल ने कहा कि लेकिन एलआईसी अधिकारियों को संदेह हुआ और पता चला कि उनका ‘बेटा’ वास्तव में जीवित है और मृत्यु प्रमाण पत्र नकली है.
एलआईसी ने फरवरी में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. जांच से पता चला कि महिला और उसके कथित बेटे (अब गिरफ्तार अभियुक्तों में से एक) ने 2015 में आय को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया था और 8 करोड़ रुपये का पॉलिसी कवर मांगा था, लेकिन एलआईसी की दादर शाखा ने उन्हें 2 करोड़ रुपये की पॉलिसी जारी कर दी.
डीसीपी पाटिल ने कहा, “हमने भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत धोखाधड़ी, जालसाजी और अन्य प्रासंगिक अपराधों के लिए तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. हम महिला के बारे में जानकारी प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं और मामले में अधिक गिरफ्तारियां होने की संभावना है.”