नई दिल्ली l आईसीसी ने मैच फिक्सिंग में फंसने वाले एक दिग्गज क्रिकेटर को लंबे समय के लिए क्रिकेट से बैन कर दिया है. ये क्रिकेटर और कोई नहीं बल्कि जिम्बाब्वे के पूर्व इंटरनेशनल क्रिकेटर ब्रेंडन टेलर हैं. टेलर ने हाल ही में 2019 के एक मामले का खुलासा करते हुए कहा था कि एक भारतीय बिजनेसमैन ने कोकीन ड्रग्स लेते हुए उनका वीडियो बनाया और फिर उन्हें स्पॉट फिक्सिंग के लिए ब्लैकमेल करने लगा. लेकिन अब आईसीसी ने क्रिकेट से उन्हें बैन कर दिया है.
3.5 साल के लिए बैन हुआ ये क्रिकेटर
इंटरनेशनल क्रिकेटर ब्रेंडन टेलर को आईसीसी ने अगले साढ़े तीन साल के लिए क्रिकेट के हर एक फॉर्मेट से बैन कर दिया है. आईसीसी ने कहा, ‘ब्रेंडन टेलर को सभी क्रिकेट से साढ़े तीन साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है, क्योंकि उन्होंने आईसीसी एंटी-करप्शन कोड के चार आरोपों का उल्लंघन किया है और उनके ऊपर अलग से आईसीसी एंटी-डोपिंग कोड का एक आरोप है. हाल ही में टेलर ने खुद फिक्सिंग को लेकर ये बड़ा खुलासा किया था.
सोशल मीडिया पर फोड़ा फिक्सिंग बम
ब्रेंडन टेलर (Brendan Taylor) ने खुलासा किया कि एक भारतीय बिजनेसमैन ने कोकीन ड्रग्स लेते हुए उनका वीडियो बनाया और फिर उन्हें स्पॉट फिक्सिंग के लिए ब्लैकमेल करने लगा. ऐसा न करने पर उन्हें वीडियो वायरल करने की धमकी भी दी जाती थी. ब्रेंडन टेलर के मुताबिक हालांकि उन्होंने कभी भी उस फिक्सर की बात नहीं मानी और सभी मैच पूरी ईमानदारी से खेले. ये मामला अक्टूबर 2019 का है, जब ब्रेंडन टेलर स्पॉन्सरशिप डील और जिम्बाब्वे में टी20 टूर्नामेंट के बारे में बातचीत करने के लिए भारत आए थे.
ब्रेंडन टेलर (Brendan Taylor) ने आरोप लगाया है कि साल 2019 में उन्हें कुछ भारतीय कारोबारियों ने बुलाकर जबरदस्ती पहले कोकीन का सेवन करने पर मजबूर किया और उसके बाद उन्हें स्पॉट फिक्सिंग करने के लिए ब्लैकमेल भी किया. जिसके चलते पिछले दो सालों से कोरोना के बीच वह अपने निजी जीवन में मानसिक, शारीरिक और सामाजिक तौर पर काफी परेशान चल रहे थे.
साफ कुबूली फिक्सिंग की बात
टेलर (Brendan Taylor) ने बताया कि अक्टूबर 2019 में एक भारतीय कारोबारी ने जिम्बाब्वे में T20 इवेंट कराने और उसके स्पॉन्सरशिप पर चर्चा करने के लिए मुझे भारत बुलाया और इस तरह उन्होंने भारत आने के लिए मुझे पैसे भी दिए. अचानक एक भारतीय कारोबारी की अचानक दिलदारी पर मुझे हैरानी भी हुई. लेकिन मैं क्या करता क्योंकि पिछले 6 महीन से जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड में तंगी चल रही थी और राजकोष एक तरह से खाली पड़ा था. मैंने सोचा शायद इससे सब बदल जाएगा.