वाराणसी : वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद और श्रृंगार गौरी विवाद में कोर्ट के आदेश के बाद शुक्रवार को एक वीडियोग्राफी करने वाली सर्वे टीम मस्जिद पहुंची थी। इस दौरान वीडियोग्राफी करने वाली सर्वे टीम को लेकर वहां पर जमकर नारेबाजी हुई साथ ही कई लोगों ने वीडियोग्राफी को लेकर विरोध किया।
जानकारी के मुताबिक नमाज के बाद कुछ अवांछनीय तत्वों के द्वारा माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई। इस दौरान कुछ लोगों ने नमाज के बाद बाहर आकर धार्मिक नारे लगाए। इस दौरान पुलिस और मुस्लिम समाज के लोगों ने मिलकर सभी अवांछनीय तत्वों को मौके से भगाया। वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए इलाके में प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है।
कोर्ट के आदेश के बाद श्रृंगार गौरी और और अन्य विग्रहों के वीडियोग्राफी मामले को लेकर वाराणसी प्रशासन जबरदस्त दबाव में है। सर्वे के ठीक पहले सड़क से दिखने वाले मस्जिद के हिस्से को हरे परदे और होर्डिंग लगाकर ढक दिया गया है। वहीं एहतियात के तौर पर इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है।
क्यों ढका मस्जिद को
दरअसल काशी विश्वनाथ मंदिर धाम के गेट नंबर 4 के बगल से मस्जिद की ओर जाने का रास्ता है। करीब 8 फीट चौड़े इस रास्ते की तरफ से मस्जिद का पूरा हिस्सा दिखता है। इस हिस्से को हरे पर्दे लगाकर और होर्डिंग लगा कर ढक दिया गया है, जिससे सड़क से किसी भी तरह की गतिविधि को देखा ना जा सके। एहतियात के तौर पर बड़ी संख्या में पुलिस बल की भी तैनाती की गई है।
पुलिस कमिश्नर खुद कर रहे मॉनिटरिंग
सुरक्षित तरीके से कोर्ट के आदेश का पालन कराने के लिए वाराणसी के पुलिस कमिश्नर ए.सतीश गणेश ने खुद कमान संभाल रखी है और मॉनिटरिंग कर रहे हैं। इतना ही नहीं लोकल इंटेलिजेंस यूनिट के साथ-साथ आईबी की टीमें भी सादी वर्दी में क्षेत्र में है। इसके अलावा पैरामिलिट्री फोर्स और पीएसी के बल को भी स्टैंडबाई पर रखा गया है।