नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव से पहले दिल्ली में एक और सियासी जंग का ऐलान हो गया है। दिल्ली के जवाहर लाल यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में इसी महीने चुनाव होने जा रहा है। जेएनयू में 22 मार्च को स्टूडेंट यूनियन के लिए मतदान होगा और 24 मार्च को नतीजे घोषित किए जाएंगे। जेएनयू में चार साल बाद छात्रसंघ का चुनाव होने जा रहा है। जेएनयू के छात्रसंघ चुनाव पर सिर्फ कैंपस नहीं बल्कि इससे बाहर के लोगों की भी खास दिलचस्पी रहती है। वामपंथ का गढ़ कहे जाने वाले जेएनयू में पिछले कुछ सालों में भाजपा के छात्र संगठन एबीवीपी की मजबूती से यहां मुकाबला रोचक हो गया है।
पिछला जेएनयूएसयू चुनाव 2019 में हुआ था। कोविड-19 महामारी के समय से विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव स्थगित था। जेएनयू में 2019 के छात्रसंघ चुनाव में वामपंथी छात्र संगठनों एसएफआई, आईसा, एआईएसएफ और डीएसएफ के संयुक्त मोर्चे ने शानदार जीत दर्ज की थी। आइशी घोष एबीवीपी के प्रत्याशी को हराकर छात्रसंघ की अध्यक्ष बनी थीं।
वोटर लिस्ट 11 मार्च 2024 को प्रदर्शित किया जाएगा। वोटर लिस्ट में आपत्ति के बाद सुधार का काम 12 मार्च को होगा। गुरुवार को 2 से पांच बजे तक नॉमिनेशन फॉर्म भरे जाएंगे। 15 मार्च को सुबह 9:30 से शाम 5 बजे तक नामांकन दाखिल किए जाएंगे। शनिवार को स्वीकार गिए गए नामांकन को प्रदर्शन किया जाएगा। उसी दिन 10 बजे से एक बजे तक नामांकन वापस लिए जा सकते हैं। शनिवार को तीन बजे उम्मीदवारों की फाइनल लिस्ट सामने आएगी।