नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल (55 साल) की गिरफ्तारी के बाद देश की सियासत गरमा गई है. ED की टीम गुरुवार शाम 10वें समन के साथ केजरीवाल के घर पहुंची और कथित शराब नीति घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में दो घंटे तक पूछताछ की और गिरफ्तार कर ले गई. इससे पहले दिल्ली हाईकोर्ट ने केजरीवाल को गिरफ्तारी पर अंतरिम राहत देने से इनकार कर दिया था. उसके बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की. लेकिन, ईडी की टीम पहले ही एक्शन मोड में आ गई. फिलहाल, केजरीवाल मुख्यमंत्री रहते हुए गिरफ्तार होने वाले देश के पहले नेता बन गए हैं.
प्रवर्तन निदेशालय आज केजरीवाल को PMLA कोर्ट में पेश करेगी और पूछताछ के लिए रिमांड मांगेगी. इधर, गिरफ्तारी के खिलाफ आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई संभव है. वहीं, केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद सरकार और विपक्ष के बीच लड़ाई नए सिरे से शुरू हो गई है. बीजेपी इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी जीत बता रही है तो आम आदमी पार्टी इसकी वजह बीजेपी का डर बता रही है. आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता सुबह 10 बजे के बाद सड़कों पर उतरेंगे और देशभर में बीजेपी के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे. दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी का कहना है कि अरविंद ही सीएम बने रहेंगे. AAP और अन्य विपक्षी दलों ने ईडी एक्शन को लोकतंत्र की हत्या बताया है. बीजेपी ने कहा, कानून से भ्रष्टाचारी नहीं बच सकता है. सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज केजरीवाल के परिवार से मिल सकते हैं.
कौन-कौन से वो आरोप हैं, जिसमें फंस गए केजरीवाल?
ईडी की टीम ने केजरीवाल के रूप में चौथी बड़ी गिरफ्तारी की है. सवाल उठता है कि आखिर केजरीवाल पर वो आरोप क्या हैं, जिसकी वजह से ईडी की टीम ने चंद घंटे में गिरफ्तार कर लिया. दरअसल, शराब घोटाले को लेकर पहला आरोप ईडी की चार्जशीट के मुताबिक यही है कि अरविंद केजरीवाल ने शराब घोटाले के एक आरोपी से फोन पर बात की और कहा- विजय नायर मेरा आदमी है, ट्रस्ट करो. चार्जशीट के मुताबिक दूसरा आरोप है- नई शराब नीति के तहत आंध्र प्रदेश के एक सांसद से मुलाकात करके उन्हें केजरीवाल ने व्यापार करने का न्योता दिया. सांसद से जुड़े लोगों ने कारोबार किया भी. तीसरा आरोप है कि नई शराब नीति कैसी बने, इस मीटिंग में सिसोदिया और अधिकारी केजरीवाल के सामने मौजूद थे.
केजरीवाल को नई शराब नीति में हुए बदलाव की जानकारी थी. चौथा आरोप के कविता ने अन्य लोगों के साथ मिलकर दिल्ली शराब नीति में फायदा पाने के लिए अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया समेत आम आदमी पार्टी के बड़े नेताओं के साथ साजिश रची. ईडी के मुताबिक नई शराब नीति से फायदा पहुंचाने के बदले आम आदमी पार्टी के नेताओं तक 100 करोड़ रुपए पहुंचाए गए. नतीजा ये हुआ है कि दिल्ली के शराब घोटाले में अरविंद केजरीवाल चौथे नेता हैं, जिनकी गिरफ्तारी हो गई है. केजरीवाल से पहले इसी महीने तेलंगाना के पूर्व सीएम केसीआर की बेटी के कविता को ईडी ने अरेस्ट किया. उससे पहले पिछले साल संजय सिंह और मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी की गई थी.