नई दिल्ली : डीडीएमए की बैठक में शुक्रवार को लिए गए फैसलों का असर सोमवार की सुबह तक दिल्ली में मेट्रो स्टेशनों के बाहर और बस स्टॉप पर नजर आने लगेगा। दफ्तरों में सौ फीसदी स्टाफ को बुलाने की अनुमति दे दी गई है। नाइट कर्फ्यू भी अब रात 10 के बजाय 11 बजे से लगेगा। जिम, स्पा और स्कूल खोलने की अनुमति भी दे दी गई है। ऐसे में मेट्रो और बसों से जाने लोगों की परेशानियां और बढ़ने वाली हैं, क्योंकि मेट्रो और बसों में अब भी यात्रियों को खड़े होकर यात्रा करने की इजाजत नहीं दी गई है। केवल सारी सीटों पर बैठकर यात्रा करने की ही अनुमति है।
मेट्रो स्टेशनों पर एंट्री के अतिरिक्त गेट्स अभी नहीं खोले जाएंगे
डीएमआरसी के सूत्रों ने साफ कर दिया है कि मेट्रो स्टेशनों पर एंट्री के अतिरिक्त गेट्स अभी नहीं खोले जाएंगे, क्योंकि उससे भीड़ को नियंत्रित करना और मुश्किल हो जाएगा। अगर गेट खोल दिए गए, तो ट्रेनों में भीड़ बढ़ जाएगी और बड़ी तादाद में लोग खड़े होकर यात्रा करने लग जाएंगे, जो डीडीएमए के एक्सपर्ट्स द्वारा तय की गई गाइडलाइंस का उल्लंघन होगा।
मेट्रो स्टेशन के बाहर लगी लंबी कतार
मेट्रो नेटवर्क के 285 स्टेशनों पर बने 682 एंट्री-एग्जिट गेटों में से अभी केवल 410 गेट्स ही खुले हुए हैं, ऐसे में सोमवार से भीड़भाड़ वाले स्टेशनों पर ऑफिस आने-जाने वाले लोगों को एक बार फिर से भारी परेशानी उठानी पड़ सकती है। इसकी झलक तो अभी से दिखनी शुरू भी हो गई है। शुक्रवार की सुबह साकेत मेट्रो स्टेशन के बाहर से यात्रियों की लंबी कतार लगी तस्वीरें सामने आईं, तो वहीं कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन पर रेड लाइन से येलो और वॉयलेट लाइन के बीच इंटरचेंज करने वालों की इतनी ज्यादा भीड़ हो रही है कि शाम के वक्त स्टेशन के अंदर आराम से चलना तक मुश्किल हो रहा है।
इन स्टेशनों पर उमड़ रही भीड़
अक्षरधाम, लक्ष्मी नगर, नेहरू प्लेस, आईटीओ, चांदनी चौक, राजीव चौक, कालकाजी, गोविंदपुरी, नांगलोई, ओखला, सरिता विहार, बदरपुर, दिलशाद गार्डन जैसे व्यस्त मेट्रो स्टेशनों का भी यही हाल है। उधर, बसों से यात्रा करने वालों को भी इसी तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सोमवार से बसों में खड़े होकर यात्रा पर पाबंदी के चलते यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।