नई दिल्ली l दिल्ली नगर निगम चुनाव को लेकर कभी भी चुनाव आयोग चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है. ऐसे में दिल्ली कांग्रेस ने तैयारी शुरू कर दी है. दिल्ली कांग्रेस हर जिले में कार्यकर्ता सम्मेलन कर रही है. डिजिटल मेंबरशिप के तहत यह सम्मेलन किया जा रहा है, जिसके बाद उम्मीदवारों का चयन होगा.
कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि हाईकमान का आदेश है कि निगम चुनावों में इस बार 50% युवा चेहरों को उम्मीदवार बनाया जाएगा. साथ ही बीजेपी और आम आदमी पार्टी को चुनावी मैदान में मात देने के लिए कांग्रेस महिला उम्मीदवारों पर ज्यादा दांव खेलेगी. दरअसल, दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के मुताबिक पिछले कुछ वक्त से दिल्ली में महंगाई, शराब नीति, पानी की किल्लत जैसे मुद्दे बढ़े हैं जो सीधे महिलाओं से जुड़े हैं, इसलिए कांग्रेस महिला कार्यकर्ताओं के जरिए लोगों तक पहुंचने की तैयारी कर रही है.
केजरीवाल सरकार को कांग्रेस ने बताया महिला विरोधी
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल की सरकार महिला विरोधी है. उनके कार्यक्रम, उनकी नीतियां समाज को अंधेरे में ढकेल रही है. शराब की नीति के चलते आए दिन घर बर्बाद हो रहे हैं. इसका खामियाजा महिलाओं को भुगतना पड़ रहा है. मुख्यमंत्री के आवास के बाहर आंगनवाड़ी महिलाएं 37 दिनों से हड़ताल कर रही है और सरकार का कोई भी मंत्री बाहर नहीं आता ताकि उनकी समस्या सुन सके इसलिए इस बार जनता सरकार को सबक सिखाएगी.
टीचर, डॉक्टर, वकील और पत्रकारों को कांग्रेस उतारेगी
इसके अलावा निगम चुनावों में जीत हासिल करने के लिए दिल्ली कांग्रेस कार्यकर्तओं के साथ साथ शिक्षक, डॉक्टर, वकीलों ओर पत्रकारों को निगम चुनाव में अपना उम्मीदवार बनाएगी. दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के मुताबिक पिछले दिनों राहुल गांधी से मुलाकात हुई थी उसमें उन्होंने साफ कहा था कि बढ़ती बेरोजगारी आज युवाओ के लिए बड़ा मुद्दा है. आज यह युवा ही देश को आगे ले जा सकते हैं इसलिए युवाओं को आगे की कमान दी जाए.