शाहाबाद/हरदोई, 28 जून (आरएनएस)। शाहाबाद थाना क्षेत्र के पीडि़त ने ब्लॉक प्रमुख व कई अन्य पर मारपीट का आरोप लगाया है। पीडि़त शिवकुमार ने एसपी से शिकायत करते हुए कार्यवाही की मांग की है। मालूम हो कि ब्लॉक प्रमुख शाहाबाद त्रिपुरेश मिश्रा व उनके सहयोगियों ने विवादित जमीन पर निर्माण का विरोध करने पर एक परिवार को पीटा है। पीडि़त शिवकुमार व ओमप्रकाश का 2003 से जमीनी विवाद चल रहा है, जिसका मुकदमा न्यायालय में विचाराधीन है। पीडि़त ने आरोप लगाया कि ओमप्रकाश, अक्षय,विकास,शंभूरतन, त्रिपुरेश मिश्रा,अंकुर व एक अन्य विवादित जमीन पर दबंगई से निर्माण करने लगे।जिसका पीडि़त की बहन स्वाति,कामिनी, माता राममूर्ति व चाची पूजा ने उक्त विपक्षियों को निर्माण करने के लिए रोका। पीडि़त ने आरोप लगाया कि दबंग त्रिपुरेश मिश्रा व विकास मिश्रा बुरी नियत से मेरी बहन स्वाति राठौर के साथ अश्लील हरकते करने लगे। जब पीडि़त की मां व बहन ने विरोध किया तो दबंगों ने हमला कर दिया, तथा अक्षय मिश्रा ने पीडि़त की माता पर धारदार हथियार से कई वार किए, और एकराय होकर मेरी बहन व माता को धारदार हथियार, लाठी – डंडों व लात -घूंसो से मारपीट कर घायल कर दिया। जिस पर पीडि़त के पिता बाबूराम तथा आसपास के तमाम लोग आ गए और किसी अन्य की सूचना पर डायल 112 पुलिस मौके पर आ गई, जिसे देखकर दबंग मौके से भाग गए। पीडि़त का आरोप है कि उसने पूरी बात पुलिस को बताई, लेकिन पुलिस ने पीडि़त परिवार का न कोई सहयोग किया, और न ही मुकदमा दर्ज कर कोई कार्यवाही की है। पीडि़त ने एंबुलेंस से अपनी मां व अन्य घायलों को सीएचसी शाहाबाद पहुंचाया, जहां डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर हालत देखते हुए जिला अस्पताल रेफर कर दिया है। पीडि़त के घायल परिवारिजनों का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है अभी तक पुलिस ने घायलों का मेडिकल नही कराया है। पीडि़त शिवकुमार ने एसपी से शिकायत करते हुए मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की मांग की है।
एसपी राजेश द्विवेदी ने बताया कि दोनो पक्षों में निर्माण कराने को लेकर विवाद हुआ है, जिसमें दोनो पक्षों के लोग घायल हुए हैं। एक पक्ष की शिकायत पर पुलिस मुकदमा दर्ज कर जांच में जुटी है।दूसरे पक्ष की भी शिकायत पर जांच कर मुकदमा दर्ज किया जायेगा, जो भी दोषी होगा उस पर कार्यवाही की जाएगी।
मोहल्ला गिगियानी में जमीनी विवाद का मामला बढ़ता ही जा रहा है। पिछले एक महीने से उक्त जमीन पर कब्जे को लेकर दोनों पक्षों के बीच कई बार जमकर मारपीट भी हुई।30 मई को उक्त जमीन पर खड़ी गोभी की फसल जोत दी गयी।पीडि़त बाबूराम की रिपोर्ट नही लिखी गयी।पिछले गुरुवार को कब्जा करते समय हुई मारपीट में विपक्षी अमित कुमार द्वारा 6 लोगों पर जानलेवा हमले की रिपोर्ट बाबूराम पक्ष पर दर्ज कराई गई थी।रविवार को कब्जा करते समय विरोध करने पर राजू मिश्र पक्ष के लोगों द्वारा बाबूराम उसकी पत्नी व लडक़ी को सहित कई महिलाओं को मारा पीटा गया।जिनमें 4 महिलाओं समेत कई लोग बुरी तरह घायल हो गये परंतु कोतवाली पुलिस ने बाबूराम की रिपोर्ट दर्ज नही की।जबकि कोतवाली पुलिस ने उल्टे पीडि़ता राममूर्ति उसकी लडक़ी सहित 4 लोगों पर रिपोर्ट दर्ज कर ली।बताया गया है कि उक्त जमीन ओमप्रकाश मिश्र ने लगभग 20 वर्ष पूर्व बाबूराम के पिता हनुमन्त से धोखे से बैनामा करा ली थी। कुछ दिन पूर्व उक्त जमीन को ओमप्रकाश द्वारा राजू मिश्र,विकास मिश्र सहित अन्य लोगों को बेच दी गयी।जिसपर कब्जे को लेकर दोनों पक्षों के बीच जंग शुरू हो गयी। रविवार को पुन: लगभग 12 बजे उक्त जमीन पर कब्जा करते समय दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हुई थी।इससे पूर्व भी कब्जा करते समय बाबूराम पक्ष के लोगों के विरोध करने पर राजू आदि ने पीडि़ता राममूर्ति सहित कई महिलाओं को जमकर मारापीटा।जिसमे राममूर्ति सहित कई महिलाएं गम्भीर रूप से घायल हो गई।घटना की सूचना पर पुलिस पँहुची और घायलों को अस्पताल पंहुचाया लेकिन रिपोर्ट नही लिखी।विवादित जमीन के मामले में एक माह से राजू, ओमप्रकाश,अक्षय कुमार,अंकुर आयुष मोहन,सिद्धार्थ,विकास मिश्रा शम्भूरतन मिश्रा व ब्लॉक प्रमुख त्रिपुरेश मिश्रा सहित प्रभारी निरीक्षक सुरेश कुमार मिश्रा, उपनिरीक्षक विजय शुक्ला, सुबोध कुमार व आरक्षी भानुप्रताप, आमिर खान, प्रदीप यादव, राहुल तथा महिला आरक्षी निधि चौहान समेत अन्य 10 पुलिस कर्मी अज्ञात तथा लेखपाल अनिल त्रिपाठी एवं 10 अज्ञात व्यक्तियों पर षड्यंत्र रचकर उसकी जमीन को कब्जा कर लिया गया।पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही न किये जाने से पीडि़ता ने उक्त सभी लोगों पर सीजेएम कोर्ट में धारा 156( 3) के तहत मुकदमा दायर किया है। पीडि़ता राममूर्ति का कहना है कि उसके और ओमप्रकाश मिश्रा के बीच दीवानी न्यायालय सिविल जज जूनियर डिवीजन पश्चिमी हरदोई में विचाराधीन है।राममूर्ति का कहना है कि विपक्षी ओमप्रकाश ने उसके ससुर हनुमन्त से उक्त जमीन नशे में वैनामा करा ली थी।हनुमन्त की ओर से ही दीवानी न्यायालय में वैनामा निरस्तीकरण का मुकदमा किया गया है।
रविवार को हुई मारपीट में घायल हुईं महिलाओं ने एसपी से मिलकर पुलिस की कार्यवाही पर सवाल उठाया।महिलाओं का कहना है कि पुलिस ने उनकी कोई मदद नही की बल्कि आरोपी पक्ष की ओर से उस पर और उसके परिवार पर 2 एफआईआर दर्ज की है।जबकि मारपीट में घायल हुईं 4 महिलाओं के मामले में पुलिस ने आरोपियों पर अभी तक कोई कार्यवाही नही की।राममूर्ति ने एसपी को दिये गए प्रार्थना पत्र में उक्त सभी आरोपियों को नामजद किया है।
पीडि़त राममूर्ति की तहरीर पर एसपी ने कोतवाल को उक्त मामले में कार्यवाही न किये जाने को लेकर फटकार लगाई।एसपी के निर्देश पर कोतवाल जिला अस्पताल पँहुचे और पीडि़ता से मिले तथा रिपोर्ट दर्ज कार्यवाही का आश्वासन दिया।