मुंबई : “मराठा समाज को आरक्षण देने के लिए मैंने वचन दिया है. इस कारण मेरे भाइयों से अपील करता हूं कि वह आत्महत्या जैसे अतिवादी कदम न उठाए. आपका जीवन आपके परिवार के लिए बहुमूल्य है,” यह भावनात्मक अपील करते हुए मुख्यमंत्री श्री एकनाथ शिंदे ने आज कहा कि राज्य सरकार मराठा समाज को कानून के दायरे में टिकने वाले आरक्षण देने के लिए सभी प्रयास कर रही है.
आज ठाणे में मीडिया के संवाददाताओं से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मराठा समाज को आरक्षण देने के लिए राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी.
मुख्यमंत्री श्री शिंदे ने इस समय कहा कि मराठा समाज के युवाओं की आत्महत्या की घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण, दुखदायक एवं दर्दनाक है. “मैं विनती करता हूं कि समाज के मेरे भाई कोई भी इस तरह अतिवादी कदम ना उठाएं. भाइयों आपका जीवन काफी मूल्यवान है. अपने परिजन, माता-पिता और बच्चों का विचार करें,” इस प्रकार की भावनिक अपील करते हुए मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि राज्य सरकार मराठा समाज को आरक्षण देने हेतु हर संभव प्रयास करने के लिए प्रतिबद्ध है.
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य सरकार की ओर से उच्चतम न्यायालय में विगत १३ अक्टूबर २०२३ को ‘क्यूरेटिव याचिका’ दायर की गई, जो न्यायालय ने स्वीकार की है. उन्होंने कहा कि जहां एक ओर मराठा समाज को आरक्षण देने के लिए यह संतोषजनक बात भी है, वही दूसरी ओर इस आरक्षण को समर्थन देने वाली भी है.
उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार की ओर से सर्वोच्च न्यायालय में आरक्षण को लेकर प्रभावशाली ढंग से तथ्यात्मक रूप से पक्ष रखा जाएगा.
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि मराठवाड़ा में पुराने पंजीकरण के आधार पर ‘कुनबी’ के प्रमाणपत्र देने के लिए निवृत्ति न्यायाधीश संदीप शिंदे की अध्यक्षता में एक समिति गठित की गई है जिसकी कार्रवाई जारी है. उन्होंने कहा कि इस समिति की ओर से गहराई तक जाकर इन पंजीकरण की सत्यता की जांच की जा रही है.
उन्होंने कहा कि आरक्षण मिलने तक मराठा समाज को अधिक से अधिक लाभ दिलवाने के लिए राज्य सरकार प्रयास कर रही है. उन्होंने फिर एक बार दोहराया, “मैं भी एक साधारण किसान परिवार का लड़का हूं और समाज को कानून के दायरे में टिकने वाले आरक्षण देने के के लिए प्रतिबद्ध हूं।
नवरात्रोत्सव के उपलक्ष्य में ठाणे के टेम्भी नाका मित्र मंडल के आई भवानी माता के मुख्यमंत्री ने परिवार सहित दर्शन कर पूजा की. इस अवसर पर उन्होंने राज्य पर तथा राज्य के किसानों पर आई आपदा को दूर करने तथा राज्य को सुजलाम सुफलाम बनाने के लिए प्रार्थना की।