नई दिल्ली. विराट कोहली के बल्ले से करीब तीन साल के बाद उनके करियर का 71वां अंतरराष्ट्रीय शतक निकलना भारतीय क्रिकेट टीम के लिए एक बड़ी अच्छी बात है. हालांकि, टीम इंडिया के एशिया कप 2022 से बाहर होने के बाद अगले महीने से ऑस्ट्रेलिया में शुरू हो रहे आईसीसी टी20 विश्व कप से पहले टीम कॉम्बीनेशन (तालमेल) को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं. भारत के पूर्व विकेटकीपर-बल्लेबाज और वरिष्ठ चयन समिति के पूर्व सदस्य सबा करीम को लगता है कि वर्तमान समय मुख्य कोच राहुल द्रविड़ के लिए आगामी टी20 विश्व कप और वनडे विश्व कप को देखते हुए मुश्किल भरा समय है.
रवि शास्त्री के पद से हटने के बाद द्रविड़ ने मुख्य कोच के रूप में पदभार संभाला था. भारत को न्यूजीलैंड, वेस्टइंडीज (दो बार), श्रीलंका, इंग्लैंड के खिलाफ द्विपक्षीय टी20 श्रृंखला जीतने और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ड्रॉ करने में बड़ी सफलता मिली. एशिया कप 2022 में, जहां भारत ने गत चैंपियन के रूप में प्रवेश किया, उन्होंने पाकिस्तान और हांगकांग के खिलाफ अपने ग्रुप मैच जीते. लेकिन सुपर फोर में पाकिस्तान और श्रीलंका से हारने से वे फाइनल खेलने से चूक गए, जिससे अक्टूबर-नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप से पहले भारत की तैयारियों पर संदेह पैदा हो गया.
करीम ने स्पोर्ट्स18 पर ‘स्पोर्ट्स ओवर द टॉप’ शो में कहा, ‘वैसे तो राहुल द्रविड़ भी जानते हैं कि उनके लिए आने वाला समय कठिन होने वाला है और वह अपनी तैयारी में लगे हुए है, लेकिन अभी तक, वह एक ऐसी टीम नहीं बना पाए हैं, जो अच्छी दिखती हो. इसलिए द्रविड़ के लिए यह संकट का समय है.’ उन्होंने कहा, “विश्व कप टी20 के साथ, अगले साल वनडे विश्व कप आ रहा है. ये दो बड़े आईसीसी इवेंट, अगर भारत ये दोनों चैंपियनशिप जीत सकता है, तो केवल राहुल द्रविड़ ही टीम इंडिया को दिए गए अपने इनपुट से संतुष्ट होंगे.”
करीम ने आगे द्रविड़ की कोचिंग के तहत असंगत नतीजों के बारे में बात की, जैसे इस साल दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज हारना. उन्होंने कहा, ‘अगर एक विकल्प दिया जाता है, तो राहुल द्रविड़ दक्षिण अफ्रीका में उन टेस्ट सीरीज और इंग्लैंड में आखिरी टेस्ट मैच जीतना पसंद करते. लेकिन ऐसा नहीं हो सका. वह भारत को द्विपक्षीय मुकाबलों में जीत के साथ टेस्ट सीरीज की हार की भरपाई करना पसंद करेंगे. लेकिन यह आसान नहीं है और राहुल द्रविड़ को इन्हीं चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है.’