Upgrade
पहल टाइम्स
Advertisement
  • होम
  • दिल्ली
  • राज्य
  • राष्ट्रीय
  • विश्व
  • धर्म
  • व्यापार
  • खेल
  • मनोरंजन
  • गैजेट्स
  • जुर्म
  • लाइफस्टाइल
    • स्वास्थ्य
    • फैशन
    • यात्रा
  • विशेष
    • साक्षात्कार
  • ईमैगजीन
  • होम
  • दिल्ली
  • राज्य
  • राष्ट्रीय
  • विश्व
  • धर्म
  • व्यापार
  • खेल
  • मनोरंजन
  • गैजेट्स
  • जुर्म
  • लाइफस्टाइल
    • स्वास्थ्य
    • फैशन
    • यात्रा
  • विशेष
    • साक्षात्कार
  • ईमैगजीन
No Result
View All Result
पहल टाइम्स
No Result
View All Result
  • होम
  • दिल्ली
  • राज्य
  • राष्ट्रीय
  • विश्व
  • धर्म
  • व्यापार
  • खेल
  • मनोरंजन
  • गैजेट्स
  • जुर्म
  • लाइफस्टाइल
  • विशेष
  • ईमैगजीन
Home दिल्ली

मानसून सत्र में बिजली अधिनियम में संशोधन ला सकती है सरकार : आरके सिंह

pahaltimes by pahaltimes
June 18, 2022
in दिल्ली
A A
0
SHARES
0
VIEWS
Share on WhatsappShare on Facebook

नयी दिल्ली ,17 जून। केंद्रीय ऊर्जा और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने कहा कि सरकार संसद के मानसून सत्र में विद्युत अधिनियम में संशोधन का विधेयक ला सकती है जिसमें अक्षय ऊर्जा की खरीद के दायित्व का पालन न होने पर अधिक दंड का प्रावधान करने का प्रस्ताव है।

उद्योग मंडल फिक्की द्वारा बिजली क्षेत्र पर यहां आयोजित उद्योग सम्मेलन ‘इंडिया एनर्जी ट्रांजिशन समिट 2022’ में सिंह ने कहा कि संशोधन में 2-3 अतिरिक्त प्रावधान होंगे, उनमें से एक संशोधन अक्षय ऊर्जा की खरीद के दायित्वों में विफलता पर दंड बढऩे का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि इस समय मांग ऊंची है और बाजार की कमी का कोई मुद्दा नहीं है।
श्री सिंह ने यह भी कहा कि अब भारत में बिजली की मांग का सामान्य स्तर 2.05 लाख मेगावॉट होने को है और मांग 160 गीगावॉट से कम कभी नहीं होगी। उन्होंने कहा, विकास के लिए ऊर्जा एक ऐसी चीज है जिस पर समझौता नहीं किया जा सकता है और हम इससे कोई समझौता नहीं करेंगे। हम एकमात्र देश हैं जिसने जलवायु परिवर्तन की रोकथाम के लिए राष्ट्रीय स्तर पर तय प्रतिबद्धताओं (एनडीसी) में से दो को 8-9 साल पहले ही हासिल कर लिया है।’

इन्हें भी पढ़े

(नई दिल्ली)पीएम मोदी की अध्यक्षता में नीति आयोग की अहम बैठक, केंद्र और राज्यों के बीच कई मुद्दों पर मंथन

August 8, 2022

(नई दिल्ली)लद्दाख बॉर्डर से दूर रहें चीनी फाइटर जेट, भारत की ड्रैगन को चेतावनी

August 6, 2022
Hindu-Muslim tiranga

(नईदिल्ली)राहुल, प्रियंका गांधी वाद्रा सहित कई कांग्रेस नेताओं ने हाथ में तिरंगा लिए नेहरू की तस्वीर वाली डीपी लगाई

August 4, 2022

(नईदिल्ली)केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है केंद्र सरकार

August 4, 2022
Load More

अक्षय ऊर्जा के भविष्य के बारे में श्री सिंह ने कहा, हम दुनिया में सबसे बड़ी और सबसे तेजी से बढ़ रही आरई क्षमता वाला देश है और हमारे यहां परंपरागत स्रोत से अक्षय की ओर संक्रमण की दर भी सबसे तेज है। मुझे विश्वास है कि हम अक्षय ऊर्जा को इसकी भंडारण क्षमता बढ़ा कर 6.5-7 रुपये प्रति यूनिट की दर से बेच सकेंगे और इस दर पर भी चौबीसों घंटे अक्षय ऊर्जा की मांग रहेगी। सरकार भंडारण की कीमत में कमी लाएगी और भंडारण को और बढ़ाएगी। कुल मिलाकर, हमारी भविष्य की बोलियां चौबीसों घंटे अक्षय ऊर्जा के रूप में बदल जाएंगी।’
हरित हाइड्रोजन और हरित अमोनिया की संभावनाओं पर श्री सिंह ने कहा ,  हमारे पास हरित हाइड्रोजन के लिए नियम हैं और हम हरित हाइड्रोजन बनाने के लिए प्रोत्साहनों का नये सेट के साथ आएंगे। हम वर्ष 2030 तक हरित ऊर्जा क्षमता 5 लाख मेगावाट और हरित हाइड्रोजन और हरित अमोनिया को अपनाकर उस समय तक 7 लाख मेगावॉट तक पहुंच सकते हैं।’
कार्यक्रम में कोयला मंत्रालय में सचिव डॉ एके जैन ने कहा कि भारत में, जहां कुल ऊर्जा खपत का 85 प्रतिशत जीवाश्म ईंधन से आता है, हरित ऊर्जा की ओर संक्रमण के लिए और सार्वजनिक वित्त, सब्सिडी कार्यक्रमों, नियामक व्यवस्था के पूर्णपुनर्गठन के साथ बुनियादी ढांचे में बदलाव की जरूरत है।

उन्होंने कहा, भारत को अपनी अल्पकालिक और मध्यम अवधि की ऊर्जा जरूरतों के प्रति सचेत रहना होगा।’ श्री जैन ने अक्षय ऊर्जा में पिछले 2 वर्षों में 50 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि को उत्साहजनक बताया।
विद्युत मंत्रालय में सचिव आलोक कुमार ने कहा कि आयात निर्भरता को कम करना भारत के ऊर्जा संक्रमण लक्ष्य का प्रमुख उद्देश्य है तथा गले 20 वर्ष तक अभी कोयला हमारी बिजली उत्पादन व्यवस्था की रीढ़ की हड्डी बना रहेगा।
फिक्की के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक एवं सीईओ संजीव मेहता ने कहा कि वर्ष 2070 तक शुद्ध कार्बन उत्सर्जन शून्य करने और गैर-जीवाश्म ईंधन-आधारित बिजली उत्पादन क्षमता को पांच लाख मेगावाट करने के लक्ष्य के साथ, ऊर्जा क्षेत्र में अत्यधिक सकारात्मकता देखी जा रही है।

इन्हें भी पढ़ें

  • All
  • विशेष
  • लाइफस्टाइल
  • खेल
terrorists

क्या बदल गया तालिबान?

June 11, 2022
अस्थायी आश्रय

अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर व्यक्त सिद्धांतों को घरेलू स्तर पर भी अमल में लाए भारत

February 8, 2022

भारत क्या पाकिस्तान की मदद करे?

August 10, 2022
पहल टाइम्स

पहल टाइम्स का संचालन पहल मीडिया ग्रुप्स के द्वारा किया जा रहा है. पहल टाइम्स का प्रयास समाज के लिए उपयोगी खबरों के प्रसार का रहा है. पहल गुप्स के समूह संपादक शूरबीर सिंह नेगी है.

Learn more

पहल टाइम्स कार्यालय

प्रधान संपादकः- शूरवीर सिंह नेगी

9-सी, मोहम्मदपुर, आरके पुरम नई दिल्ली

फोन नं-  +91 11 46678331

मोबाइल- + 91 9910877052

ईमेल- pahaltimes@gmail.com

Categories

  • Uncategorized
  • खाना खजाना
  • खेल
  • गैजेट्स
  • जुर्म
  • दिल्ली
  • धर्म
  • फैशन
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • राज्य
  • राष्ट्रीय
  • लाइफस्टाइल
  • विशेष
  • विश्व
  • व्यापार
  • साक्षात्कार
  • सामाजिक कार्य
  • स्वास्थ्य

Recent Posts

  • नावी मजबूरी में भाजपा का यू टर्न, अब चेतन बरागटा के समर्थक भी भाजपा में शामिल
  • राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित होंगे एसपी सोलन वीरेंद्र शर्मा
  • हिमाचल: कर्मचारियों को मिल सकता है तीन फीसदी डीए और एरियर की एक अतिरिक्त किस्त

© 2021 पहल टाइम्स - देश-दुनिया की संपूर्ण खबरें सिर्फ यहां.

  • होम
  • दिल्ली
  • राज्य
  • राष्ट्रीय
  • विश्व
  • धर्म
  • व्यापार
  • खेल
  • मनोरंजन
  • गैजेट्स
  • जुर्म
  • लाइफस्टाइल
    • स्वास्थ्य
    • फैशन
    • यात्रा
  • विशेष
    • साक्षात्कार
  • ईमैगजीन

© 2021 पहल टाइम्स - देश-दुनिया की संपूर्ण खबरें सिर्फ यहां.