दिल्ली डेस्क l आज देश के दो महान सपूतों की जयंती के अवसर पर दिल्ली के घेवरा मोड़ स्थित राधास्वामी आश्रम में सत्संग का आयोजन किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अध्यात्म सतगुरु हुजूर कंवर साहेब ने कहा कि जहां विजय दशमी का त्योहार हमें इस जीवन को सत्य, निष्ठा, धर्म, भक्ति और सामाजिकता से जीने की प्रेरणा देता है, वहीं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का जीवन हमें अहिंसा, दया, प्रेम और ईमानदारी से कर्तव्य निर्वहन का संदेश भी देता है। उन्होंने कहा कि वक्त बड़ा बलवान होता है। विजयदशमी राजा राम से जुड़ा त्योहार है और वक्त की सही कद्र राम के चरित्र को दर्शाती है। कहां तो राम का राज तिलक होना था और कहां उनको बनवास मिला। लेकिन फिर भी राजा राम ने मर्यादित व्यवहार और संयम से अपना ये बुरा वक्त बिताया। रावण के ऊपर राम की विजय हमें यह संदेश देती है कि बुराई हमेशा हारती है और सत्य हमेशा जीतता है।
आपको बतादें कि राधा स्वामी एक आध्यात्मिक परंपरा है जिसकी स्थापना शिव दयाल सिंह स्वामी महाराज द्वारा 1861 में आगरा से की थी। हुज़ूर कंवर साहिब महाराज राधास्वामी संतमत के छटे हाज़िर सतगुरु है। बीते तीन दशकों से राधा स्वामी दिनोद द्वारा दिल्ली में विजयदशमी के अवसर पर सत्संग का आयोजन किया जा रहा है। जिसमे समाज को शांति के मार्ग में चलने का संदेश दिया जाता है। इस अवसर पर देश के कोने कोने से हजारों सत्संगी एकत्रित होते है।