नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड टेस्ट मैच के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। रोहित शर्मा प्रधानमंत्री इलेवन के खिलाफ दो दिनों के वॉर्म अप मैच में मैदान पर उतरे थे। रोहित शर्मा अपने दूसरे बच्चे के जन्म के कारण पर्थ टेस्ट मैच में नहीं खेल पाए थे। ऐसे में एडिलेड में पिंक बॉल टेस्ट की चुनौती के लिए रोहित पूरी तरह से तैयार हैं। इसके साथ रोहित ने इस टेस्ट मैच के लिए एक बड़े बदलाव की ओर भी संकेत कर दिया है। यह बदलाव है रोहित शर्मा के बैटिंग पोजीशन को लेकर। रोहित शर्मा प्रैक्टिस मैच में मध्यक्रम में बल्लेबाजी के लिए उतरे थे। ऐसे में आइए जानते हैं अगर रोहित शर्मा टीम इंडिया के लिए मिडिल ऑर्डर में बैटिंग करते हैं तो उससे क्या-क्या फायदे होंगे।
यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल की जोड़ी ओपनिंग में कर रही है कमाल
इसमें कोई शक नहीं है कि रोहित शर्मा दुनिया के सबसे बेहतरीन ओपनर बल्लेबाजों में से एक हैं, लेकिन ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पर्थ टेस्ट मैच में यशस्वी के साथ केएल राहुल टीम इंडिया को सधी हुई शुरुआत दिलाई है। रोहित शर्मा पहले टेस्ट मैच में नहीं खेल पाए थे। ऐसे में राहुल ने ओपनिंग की भूमिका निभाई और उन्होंने दोनों हाथों से इस मौके को लपका। रोहित शर्मा पिछले कुछ समय से रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। ऐसे में टीम मैनेजमेंट दूसरे टेस्ट मैच में भी यशस्वी और राहुल से ही ओपनिंग कराने पर विचार कर सकती है। ऐसी स्थिति में फिर रोहित शर्मा को मिडिल ऑर्डर में बैटिंग करनी पड़ सकती है जैसा कि उन्होंने प्रैक्टिस मैच में किया था। इससे टीम इंडिया को फायदा ये होगा कि ओपनिंग जोड़ी की लय नहीं टूटेगी और मध्यक्रम रोहित के आने से और मजबूत होगी।
रोहित के आने से भारत का मिडिल ऑर्डर हो जाएगा मजबूत
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अग ऐसी स्थिति बनती है कि यशस्वी के साथ केएल राहुल ही ओपनिंग के लिए मैदान पर उतरे तो फिर रोहित को मिडिल ऑर्डर में खेलना होगा। रोहित अगर ऐसा करते हैं तो भारतीय टीम को सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि मिडिल ऑर्डर मजबूत हो जाएगा। मध्यक्रम में रोहित के अनुभव आने से गेंदबाजों पर भी अतिरिक्त दबाव देखने को मिलेगा।
मिडल ऑर्डर में रोहित का सामना होगा पुरानी गेंद से
रोहित शर्मा टेस्ट मैचों में नई गेंद से रन नहीं बना पा रहे हैं। रोहित का टीम इंडिया के लिए नहीं चल पाना काफी निराशाजनक है और कई मौकों पर इससे भारी नुकसान भी हुआ है, लेकिन मिडिल ऑर्डर में रोहित शर्मा अगर खेलने आते हैं तो उनका सामना पुरानी गेंद से होगा। ऐसी स्थिति में वह कुछ समय लेकर भी गेंद और पिच को आसानी से पढ़ सकते हैं। वहीं मध्यक्रम में उनके आंकड़ों पर नजर डाले तो रोहित ने 27 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 3 शतक और 10 अर्धशतक के साथ 1585 रन बनाए हैं।