नई दिल्ली: टेस्ट मैच, क्रिकेट का सबसे लंबा चलने वाला फॉर्मेट है. इस फॉर्मेट में दो टीमें हार जीत दर्ज करने के लिए 5 दिनों तक एक दूसरे से भिड़ती हैं, लेकिन क्या आपको पता हैं कि कुछ मैच तो ऐसे रहे हैं जो 50 ओवर क्रिकेट जैसे ही खेले गए हैं. इन मैचों का नतीजा 5 दिन नहीं, बल्कि कुछ गेंदों में ही आ गया है. भारत और साउथ अफ्रीका के बीच केपटाउन में हुआ टेस्ट मैच इस लिस्ट में शामिल हो गया. इस मैच में तो हद ही हो गई. चलिए जानते हैं टेस्ट इतिहास के 5 सबसे छोटे मैचों के बारे में…
साउथ अफ्रीका vs भारत, केपटाउन टेस्ट, 2024
भारत और साउथ अफ्रीका के बीच जनवरी 2024 में हुआ मैच क्रिकेट इतिहास का सबसे छोटा टेस्ट मैच बन गया. गेंदों के लिहाज से यह मैच सबसे कम गेंदों में खत्म हुआ. इस मैच का नतीजा निकलने में 642 गेंदें लगीं. भारत ने साउथ अफ्रीका को इस मैच में 7 विकेट से मात दी. मैच लगभग डेढ़ दिन में ही पूरा हो गया. इस मैच में साउथ अफ्रीका की टीम 55 और 176 रन पर ऑलआउट हुई. भारत ने पहली पारी में 153 रन बनाए, जबकि दूसरी पारी में 80 रन बनाकर जीत दर्ज कर ली.
ऑस्ट्रेलिया vs साउथ अफ्रीका, मेलबर्न टेस्ट, 1932
1932 में ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के बीच मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में हुआ टेस्ट गेंदों के हिसाब से दूसरा सबसे छोटा मैच है. इस मैच में साउथ अफ्रीका पहली पारी में 36 रन पर ऑलआउट हो गई. इसके बाद मेजबान टीम ने 153 रन बनाए. जवाब में दूसरी पारी में साउथ अफ्रीका 45 रन पर ऑलआउट होकर 72 रन से मैच हार गई. इस मैच का नतीजा 656 गेंदों में ही आ गया.
वेस्टइंडीज vs इंग्लैंड, ब्रिजटाउन टेस्ट, 1935
वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच 1935 में ब्रिजटाउन में खेला गया टेस्ट मैच तीसरा सबसे छोटा टेस्ट मैच है. इस मैच का नतीजा 672 गेंदों में ही आ गया था. वेस्टइंडीज पहली पारी में 102 रन ही बना सकी. इसके बाद इंग्लैंड ने पहली पारी 81 रन बनाकर घोषित कर दी. दूसरी पारी विंडीज टीम ने 51 रन बनाकर डिक्लेयर की. लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड ने 6 विकेट के नुकसान पर 75 रन बनाकर जीत दर्ज कर ली.
इंग्लैंड vs ऑस्ट्रेलिया, मैनचेस्टर टेस्ट, 1888
यह मैच चौथा सबसे कम गेंदों में खत्म होने वाला टेस्ट है. इस मैच का नतीजा 788 गेंदों में ही निकल आया. पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड ने 172 रन बनाए. इसके बाद इंग्लैंड को दोबारा बल्लेबाजी की जरूरत नहीं पड़ी. ऑस्ट्रेलिया दोनों पारियों में 100 रन का आंकड़ा छूने में असफल रहा. टीम 81 और 70 रन पर ऑलआउट हो गई और मैच पारी और 21 रन से हार गई.
इंग्लैंड vs ऑस्ट्रेलिया, लॉर्ड्स टेस्ट, 1888
1888 में हुआ यह मैच 792 गेंदों में खत्म होने के साथ ही पांचवां सबसे छोटा टेस्ट मैच है. ऑस्ट्रेलिया ने दो पारियों में 116 और 60 रन बनाए और फिर इंग्लैंड को 53 और 62 रन पर आउट करके 61 रन से जीत हासिल की.