नई दिल्ली l सीएम अरविंद केजरीवाल आज राजधानी के रोज़गार बजट की प्रगति की समीक्षा करने जा रहे हैं. बजट की समीक्षा के लिए सीएम केजरीवाल ने सम्बंधित अधिकारियों को रिपोर्ट के साथ सुबह 11 बजे बुलाया था उन्होंने अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली बजट की प्रगति की समीक्षा की 20 लाख से अधिक नौकरियों का वादे को दोहराया लेकिन आपको बता दें कि दिल्ली सरकार पिछले पांच सालों में दिल्ली में अपने एक भी वादे को पूरा नहीं कर पायी है।
आम आदमी पार्टी सरकार ने पिछले महीने अपना बजट पेश किया था और इसे ‘रोजगार बजट’ नाम दिया था क्योंकि इसका लक्ष्य अगले पांच वर्षों में 20 लाख नौकरियां देना था। जबकि पिछले पांच साल पहले भी दिल्ली के मुख्यमंत्री आठ लाख नौकरियां देने का वादा कर चुके हैं और 3246 लाख नौकरियां ही दी गयी थी। आपको बता दें कि दिल्ली सरकार दिल्ली में किया हुआ एक भी वादा पुरा नहीं कर पायी है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री चुनाव आते ही बड़े बड़े वादे करने लगते हैं और चुनाव ख़त्म होने पर सारे वादे भूल जाते हैं दिल्ली, गुजरात, पंजाब, या फिर हिमाचल प्रदेश प्रत्येक राज्य में अपनी सरकार बनाने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप पार्टी के संयोजक केजरीवाल बड़े-बड़ वादे करने निकल पड़ते हैं और चुनाव होने के बाद हालत कुछ ऐसी हो जाती है उस राज्य की जैसे “गर्म दूध उगलना न निगलना” क्योकि जनता जो भी आस लगाती है उसे केजरीवाल किसी राज्य में पूरा नहीं कर पाते हैं।