प्रकाश मेहरा
नई दिल्ली: डबल इंजन की सरकार बनने के बाद चमोली के विकासखंड देवाल में लोगों को विकास होने की उम्मीद तो थी लेकिन जब धरातल पर इसकी पड़ताल की गई तो हकीकत कुछ और ही नजर आई ऐसे में लोग खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं सवाड़ के लोग लम्बे समय से अस्पताल,सड़क और केंद्रीय विद्यालय की मांग कर रहे है केंद्र और राज्य के मंत्रियों द्वारा कई बार समाधान के लिए वादे किये लेकिन ऐसे में सरकार है कि उसके कानों में जु तक नहीं रेंग रही है मांगों को लेकर कई बार पत्राचार किये गए शिकायत लगाई गई लेकिन सरकार और अधिकारी पल्ला छुड़ाते नजर आये इसे लेकर क्षेत्र के लोग उदासीन हैं।
मांगों पर पल्ला झाड़ते अधिकारी
सवाड़ निवासी प्रकाश मेहरा द्वारा इन सभी मांगों को लेकर लगातार शिकायत लगाई गई जिसमे शिक्षा विभाग द्वारा केंद्रीय विद्यालय की मांग को लेकर आवश्यक कार्यवाही के लिए शिकायत मुख्य शिक्षा अधिकारी चमोली को प्रेषित की गई थी जिसमे केन्द्रीय विद्यालय खोले जाने से सम्बंधित प्रस्ताव विकास खंड शिक्षा अधिकारी देवाल से उपलब्ध कराये जाने के निर्देश किये गए थे” अब दिनांक 16 नवम्बर को केंद्रीय विद्यालय संगठन ने बताया कि “क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा अपने पत्र दिनांक 16/17/07/2023 एवं 09:10 2023 द्वारा जिलाधिकारी, चमोली (गढ़वाल) को पत्र लिखकर सूचित कर दिया गया था जिसके प्रतिउत्तर में जिलाधिकारी चमोली द्वारा अपने पत्र के माध्यम से कुछ कमियों को दूर कर दिया गया है की सूचना क्षेत्रीय कार्यालय देहारादून को प्रस्तुत की है। अतः नए केन्द्रीय विद्यालय की स्थापना से संबन्धित सभी दस्तावेजों एवं भूमि के निरीक्षण उपरांत अग्रिम कार्रवाई विचारधीन है।”
तो वहीँ विकासखंड देवाल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की सुविधाओं को लेकर की गयी शिकायत पर बताया देवाल टाईप ‘बी‘ चिकित्सालय है, आई.पी.एच.एस. मानकानुसार प्रा.स्वा. केन्द्रों में एक्स-रे,अल्ट्रासाउण्ड की सुविधा वगीकृत नहीं है। तो सवाड़ इंटर कॉलेज तक सड़क निर्माण की शिकायत के जबाब में बताया कि नई सड़क की मांग को लेकर क्षेत्रीय विधायक का पत्र प्राप्त नहीं हुआ लेकिन दूसरी बार शिकायत लगाने पर जबाब दिया गया कि एल 1 व एल 2 अधिकारी शिकायत का पुनः संज्ञान लें।
गांव का इतिहास
आपको बता दें कि हर वर्ष 7 दिसम्बर को गांव में मेले के आयोजन में यहाँ के भूतपूर्व सैनिकों, केंद्र और राज्य मंत्रियों द्वारा प्रथम विश्व युद्ध में प्रतिभाग करने वाले 22 जवानों को पुष्प और श्रद्धांजलि दी जाती है बताया जाता है कि गांव के 22 लोगो ने प्रथम विश्व युद्ध में भाग लिया द्वितीय विश्व युद्ध में 38, पेशावर कांड में 14, स्वतन्त्रा संग्राम सेनानी 17 हैं।
मेले में कौन-कौन से मंत्री मौजूद
इस अमर शहीद सैनिक मेले में सैकड़ों राज्य और केंद्रीय मंत्री भाग लेते हैं जैसे केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह,गृह मंत्री अमित शाह,बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा,रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट,पूर्व मुख्यमंत्री सतपाल महाराज,पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत,सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी,मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आदि जैसे बड़े नेताओं से क्षेत्र की जनता लम्बे समय से मांग कर रहे हैं लेकिन सेनाओं के साथ त्यौहार मनाने वाली डबल इंजन की सरकार आज इस सैन्य गांव की सुध नहीं ले रही।
सवाड़ घोषणा और मांग पर सरकार
गांव में घोषणा और मांगों के बीच सवाड़ की जनता निरास नजर आ रही है क्योकि यहाँ घोषणा तो होती हैं पर धरातल पर कुछ और ही नजर आ रहा है गांव में केंद्रीय विद्यालय,देवाल-सवाड़ मोटरमार्ग चौड़ीकरण,अस्पताल,इंटर कॉलेज में एनसीसी विषय आदि घोषणाएं होती रही पर सालों बीत जाने के बाद भी इन घोषणाओं और मांगों पर सरकार का कोई भी ध्यान नहीं।