नई दिल्ली : भारत के खिलाफ पाकिस्तान की धरती से साजिश रचने वाले आतंकी इस समय काफी आशंकित हैं. उन्हें डर है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी कहीं दूसरे आतंकियों की तरह दाऊद और हाफिज सईद को यूज एंड थ्रो पॉलिसी के तहत षड्यंत्र रचकर मरवा न दे. यही वजह है कि डर के मारे दाऊद इब्राहिम और हाफिज सईद अपने घरों में दुबके हुए हैं और वो किसी भी तरीके से बाहर नहीं निकल रहे हैं. खुफिया एजेंसियों के सूत्रों ने आज तक को बताया है कि पाकिस्तान में बैठकर भारत के खिलाफ साजिश रचने वाले आतंकियों में खौफ है उनको लगता है कि वह घर से बाहर निकलेंगे तो मारे जाएंगे. दाऊद इब्राहिम, हाफिज सईद और सैयद सलाउद्दीन इस समय अपने घरों से नहीं निकल रहे हैं.
यही नहीं खुफिया सूत्रों ने बताया है कि पाकिस्तान में छुपे आतंकी जो अब उसके किसी काम के नहीं रह गए हैं, उन्हे यूज़ एंड थ्रो पालिसी के तहत मार दिया जा रहा है. 3 महीने में ऐसे चार आतंकियों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत या हत्या हो चुकी है. इन हत्या-मौतों की फेहरिस्त में 26/11 का मास्टरमाइंड, हिजबुल आतंकी और खालिस्तानी आतंकी शामिल हैं.
यूज़ एन्ड थ्रो पॉलिसी के तहत ISI की क्या है चाल?
ताजा मामला आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी हाफिज अब्दुल सलाम भुट्टावी की पाकिस्तान की एक जेल में संदिग्ध मौत का है. टेरर फंडिंग मामले में वह जेल में बंद था. वह प्रतिबंधित संगठन जमात-उद-दावा प्रमुख और मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का करीबी था. 29 मई को हाफिज की छाती में तेज दर्द हुआ और उसे पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया.
इन आतंकियों-दहशतगर्दों की भी हुई हत्याएं
इससे पहले इस साल 6 मई को खालिस्तान कमांडो फोर्स के मोस्ट वांटेड अपराधी परमजीत सिंह पंजवर की लाहौर में हत्या हो गई. परमजीत सिंह जब सुबह मार्निग वॉक पर था तो मोटरसाइकिल से दो हमलावर आये और उन्होंने उसे गोली मार दी. परमजीत सिंह पर पंजाब से इलाकों में ड्रग्स की सप्लाई का आरोप था. इस साल 20 फरवरी को रावलपिंडी में हिजबुल मुजाहिद्दीन के टाप कमांडर बशीर अहमद पीर उर्फ इमतियाज आलम को प्वाइंट ब्लैक से एक दुकान के सामने गोली मार दी गई.
पीर पर भारत में आतंकी गतिविधियों और भारत के खिलाफ देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के मामले थे. पाक अधिकृत कश्मीर से वो भारत के खिलाफ आतंकी साजिशों में शामिल था. आतंकी गुट अलबदर से संबंध रखने के आरोपी सय्यद खालिद रजा को इस साल फरवरी में कराची में उसके घर के बाहर गोली मारी गई. खालिद रजा जब अपने घर से बाहर पार्किंग की तरफ जा रहा था तो मोटर साइकिल सवार युवकों ने उस पर फायरिंग की जिसमें उसकी मौत हो गई. अल बदर जम्मू कश्मीर में कई आतंकी गतिविधियों में शामिल है.
हाफिज सईद के घर हुआ था हमला
जम्मू कश्मीर में आतंकी संगठनों में युवकों की भर्ती करने के लिए जाना जाने वाला आतंकी कमांडर सैयद नूर शालोबार की पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में गोली मारकर दिनदहाड़े हत्या कर दी गई. सैयद नूर पाकिस्तानी सेना और आईएसआई के लिए काम करता था. साल 2021 में लश्कर ए तय्यबा चीफ हाफिज सईद के लाहौर में स्थित जोहर टाउन पर हमला हुआ जिसमें वो बच गया. उसके घर की पार्किग में एक विस्फोटों से भरी कार में धमाका हुआ लेकिन घर पर न होने से हाफिज सईद बच गया.
जिस तरीके से लगातार पाकिस्तान में भारत के खिलाफ काम कर रहे आतंकियों के ऊपर हमला हो रहा है उसके बाद खुफिया एजेंसी को शक है कि पाकिस्तान इसकी आड़ में आतंकियों की नई पौध तो नहीं तैयार कर रहा है लिहाजा सुरक्षा और खुफिया एजेंसी सतर्क हो गई हैं और अपने स्तर पर उन्होंने कार्रवाई शुरू कर दी है.
ISI तैयार कर रहा है आतंक के आकाओं के बेटों की फौज
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI अब आतंक के बड़े आकाओं पर भरोसा नहीं कर रही है, बल्कि उनके बेटों पर ISI अब ज्यादा भरोसा कर रही है. ऐसा माना जा रहा है कि पाकिस्तान में बूढ़े हो गए आतंकियों के बेटों को कमान देने का प्लान तैयार किया है. खुफिया एजेंसी आईएसआई ने हाफिज सईद के बेटे तला सईद को पूरी तरीके से ग्रूमअप कर रही है.
इसके अलावा मौलाना मसूद अजहर के भाई अब्दुल रऊफ असगर को ट्रेनिंग देकर तैयार किया जा रहा है. सूत्र यह भी बताते हैं कि अब्दुल रहमान मक्की दाऊद इब्राहिम के रिश्तेदारों और छोटा शकील पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ज्यादा भरोसा कर रही है. यही वजह है कि जब से दाऊद इब्राहिम और हाफिज सईद को यह पता चला है कि पाकिस्तान यूज एंड थ्रो की पॉलिसी का इस्तेमाल कर रहा है तो उनके मन में काफी भय पैदा हो गया है. डर के चलते अपने घरों से नही निकल रहे हैं.