देहरादून। राज्य सरकार सरकारी अस्पतालों में शाम की ओपीडी शुरू करने की तैयारी कर रही है। इस संदर्भ में सभी जिलों से प्रस्ताव मांगे गए हैं। बता दें, सरकारी अस्पतालों में अभी यह व्यवस्था नहीं है। केवल निजी अस्पताल व नर्सिंग होम में शाम की ओपीडी चलती है। जहां चिकित्सीय परामर्श के लिए मरीज को अत्याधिक शुल्क देना होता है। सरकारी अस्पताल में शाम की ओपीडी शुरू होने से लोग को इससे काफी सहूलियत मिलेगी।
गर्मियों में सुबह आठ से दो बजे तक होती है ओपीडी
बता दें, सरकारी अस्पतालों की ओपीडी अभी एक ही पाली में चलती है। सर्दियों में ओपीडी सुबह नौ बजे शुरू होती है और चिकित्सक तीन बजे तक मरीज देखते हैं। जबकि गर्मियों में ओपीडी सुबह आठ से दो बजे तक होती है।
मरीजों को उठानी पड़ती है दिक्कत
इस कारण दूरस्थ क्षेत्र से जिला मुख्यालय तक आने वाले मरीजों को दिक्कत उठानी पड़ती है। चिकित्सीय परामर्श, जांच आदि में उनके दो से तीन दिन भी लग जाते हैं। यदि वह निजी अस्पताल का रुख करते हैं तो इसके वहां उन्हें काफी ज्यादा फीस देनी पड़ती है।
सरकार ने शाम की ओपीडी शुरू करने का लिया फैसला
वहीं, ज्यादातर पर्वतीय क्षेत्रों में निजी अस्पताल नहीं है। ऐसे में शाम के वक्त चिकित्सक का मिलना बड़ी महाभारत है। जिस पर अब सरकार ने सरकारी अस्पतालों में ही शाम की ओपीडी शुरू करने का फैसला लिया है। हाल ही में स्वास्थ्य सचिव राधिका झा ने अधिकारियों को इस बाबत निर्देश दिए हैं।
प्रशासनिक पदों पर तैनात चिकित्सकों से भी किया गया आह्वान
स्वास्थ्य महानिदेशक से इच्छुक चिकित्साधिकारियों की उपलब्धता के अनुसार इसकी कार्ययोजना तैयार करने को कहा है। उन्होंने प्रशासनिक पदों पर तैनात चिकित्सकों से भी आह्वान किया है कि वह विभागीय कार्यों के अलावा चिकित्सीय सेवा के लिए भी आगे आएं।